निज संवाददाता द्वारा
दुमका. दुमका जिला के मसलिया थाना क्षेत्र के एक गांव में मानवता को शर्मसार करने का मामला सामने आया है. घटना कल शाम की बताई जा रही है. अवैध सबंध के शक में ग्रामीणों ने गांव के एक अधेड़ और एक महिला की पेड़ में बांध कर पिटाई की. इतना से भी जब मन नहीं भरा तो दोनों को निर्वस्त्र कर गांव के तीन टोलों में लाइट के साथ घुमाया. गनीमत रही कि समय पर पुलिस पहुच गयी.
जानकारी के अनुसार दोनों को ग्रामीणों के चंगुल से मुक्त करने के बाद इलाज के लिए भर्ती कराया. मसलिया में प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को फूलो झानो मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया जहाँ दोनों का इलाज चल रहा है.
इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्यवाई करते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. महिला आदिवासी है जबकि पुरुष सुनील गैर आदिवासी. अवैध संबंध की बाबत दोनों ने इनकार किया है. महिला का कहना है कि वह सुनील का खेत बटाई पर करती है. एक ही गांव में होने के कारण जान पहचान है. कल भी उसके खेत से काम कर लौटने के क्रम में 15 से 20 की संख्या में ग्रामीणों ने पहले सुनील को पकड़ा फिर उसे भी एक ही पेड़ में बांध कर पिटाई की, फिर निर्वस्त्र कर गांव घुमाया.
इस संबंध में थाना प्रभारी ईश्वर दयाल मुंडा ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाई की जाएगी.लेकिन सवाल उठता है कि कानून को हाथ में लेने का अधिकार तथाकथित समाज के ठीकेदारों को किसने दिया? बता दें, दुमका में पहले भी इस तरह की घटना सामने आई चुकी है. आखिर बार-बार दुमका में इस तरह की घटना क्यों घटित हो रही है